PM Awas Yojana Gramin (PMAY‑G) के तहत पक्के घर का सपना देखने वाले लाखों परिवारों के लिए राहत भरी खबर है। सरकार ने सर्वे की अंतिम तारीख एक बार फिर आगे बढ़ाकर दिसंबर 2025 कर दी है। इससे पहले 31 मार्च, फिर 30 अप्रैल और 15 मई 2025 की समय‑सीमा तय हुई थी, मगर बड़ी संख्या में आवेदक अब भी प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाए थे।
एक बार फिर से अंतिम तिथि आगे बढ़ने से उन सभी लाभार्थियों को पर्याप्त समय मिल गया है, जो दस्तावेज या तकनीकी कारणों से पिछड़ रहे थे। अब देरी का कोई कारण न रहने दें—उचित पात्रता वाले परिवार जल्द‑से‑जल्द सर्वे खत्म करके सूची में अपना नाम शामिल करा सकते हैं।
PM Awas Yojana Gramin सर्वे
PMAY‑G का मकसद 2024‑25 तक हर बेघर या कच्चे घर में रहने वाले परिवार को पक्का घर देना है। PM Awas Yojana Gramin की सही लक्ष्य‑बंदी तभी संभव है जब वास्तविक लाभार्थियों की पहचान हो। यही काम सर्वे करता है—ऑनलाइन मोबाइल‑ऐप के जरिये घर‑घर डेटा जुटाना, आधार सत्यापन के साथ फोटो‑जीपीएस कोऑर्डिनेट अपलोड करना और स्व‑घोषणा के आधार पर सामाजिक‑आर्थिक सूचकों को दर्ज करना।
सर्वे पूरा होने पर आपका आवेदन ब्लॉक‑और‑जिला स्तर की स्क्रीनिंग में जाता है; पात्र पाए जाने पर नाम ‘बेनिफिशियरी लिस्ट’ में शामिल होता है और किस्तों में सहायता राशि जारी होती है।
सर्वे पूरा करने की ऑनलाइन प्रक्रिया
सरकार ने प्रक्रिया को पूरी तरह मोबाइल आधारित बनाया है ताकि इंटरनेट‑स्मार्टफोन वाले ग्रामीण परिवार स्वयं कुछ मिनट में आवेदन पूरा कर सकें। आधिकारिक वेबसाइट से PMAY‑G Survey App और Aadhaar Face RD App डाउनलोड करें। लॉग‑इन के बाद आधार नंबर दर्ज करें, लाइव फोटो दें, फिर फॉर्म में परिवार‑सदस्य, मकान‑स्थिति, आय‑सूत्र और भूमि‑विवरण जैसी जानकारियां भरें।
अंत में कच्चे घर के चार कोणों से फोटो अपलोड करें और दस्तावेज सत्यापित करके फाइनल सबमिट दबाएँ। किसी कारणवश आप स्वयं अपलोड न कर पाएं तो नज़दीकी पंचायत सचिव, ग्राम‑रोज़गार सहायक या कॉमन सर्विस सेंटर से निःशुल्क सहायता ले सकते हैं।
पात्रता और आवश्यक दस्तावेज
योजना उन्हीं ग्रामीण परिवारों के लिए है जिनके नाम पर अभी पक्का मकान नहीं है और जिन्होंने पहले किसी केंद्रीय‑या‑राज्य आवास योजना का लाभ नहीं लिया। आवेदक आयकरदाता नहीं होना चाहिए, भारतीय नागरिक होना चाहिए और परिवार‑सदस्य की कुल वार्षिक आय सरकार द्वारा परिभाषित सीमा के भीतर हो।
दस्तावेज़ों में आधार कार्ड, बैंक पासबुक, मनरेगा जॉब‑कार्ड, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो अनिवार्य हैं। सही जानकारी व प्रमाणपत्र अपलोड करने से ही आवेदन अस्वीकृति से बचता है, इसलिए फार्म भरते समय बार‑बार क्रॉस‑चेक करें।
PM Awas Yojana Gramin का वित्तीय लाभ किस तरह मिलेगा?
PMAY‑G में मैदानी क्षेत्रों के लाभार्थियों को 1 लाख 20 हज़ार रुपये और पहाड़ी‑दुर्गम क्षेत्रों के लिए 1 लाख 30 हज़ार रुपये तक की सहायता प्रदान की जाती है। यह रकम तीन किस्तों में सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है।
पहली किस्त आधार व फोटो सत्यापन के बाद, दूसरी मकान की बुनियाद डालने पर और तीसरी छत ढलने पर। कई राज्यों में मनरेगा या स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण हेतु अतिरिक्त 12,000 ₹ भी दिए जाते हैं। इस राशि से बेनिफिशियरी स्थानीय सामग्रियों व मज़दूरी लागत का प्रबंधन कर पक्का, डिजास्टर‑रेजिलिएंट घर तैयार कर सकता है।
PM Awas Yojana Gramin Last Date 2025
दिसंबर 2025 की डेडलाइन सुनकर भले लगे कि अब काफी वक्त है, पर याद रखें कि आवेदन सत्यापन, पंचायत‑ब्लॉक बैठक, तकनीकी निरीक्षण और बैंक‑कागजी कार्रवाई में महीनों लग सकते हैं। जितनी जल्दी सर्वे निपटाएँगे, उतनी जल्दी आपका नाम अगले फंड‑रिलीज बैच में आएगा। अगर दस्तावेज अधूरे मिले तो सुधार के लिए समय खर्च होगा और सूची‑से‑बाहर होने का खतरा रहेगा।